ढेरों आशीष पा ले हर बला टल जायेगी मां के चरणों मे ख़ुद को लोटा दे। ढेरों आशीष पा ले हर बला टल जायेगी मां के चरणों मे ख़ुद को लोटा दे।
फिर भी जाने किस लिए नहीं भाती है बेटियां फिर भी जाने किस लिए नहीं भाती है बेटियां
वे माँ-बाप थे जो अब तस्वीरों में चुप हैं हम कलेजे थे उनके, वे हमें लख्ते-जिगर कहते थे... वे माँ-बाप थे जो अब तस्वीरों में चुप हैं हम कलेजे थे उनके, वे हमें लख्ते-जिगर क...
बीवी के लिए माँ बाप को उनके ही घर से बाहर निकाल देते है बीवी के लिए माँ बाप को उनके ही घर से बाहर निकाल देते है
देश में सबसे घिनौना अपराध है बलात्कार l निर्मल चरित्र इसका समाधान है जो समाज को स्मृधता प्रदान कर सक... देश में सबसे घिनौना अपराध है बलात्कार l निर्मल चरित्र इसका समाधान है जो समाज को ...
वो एक दौर भी खूबसूरत था , प्यार, अपनापन बेपनाह था! वो एक दौर भी खूबसूरत था , प्यार, अपनापन बेपनाह था!